सबसे पहले कुछ परहेज !
मित्रो जिसको भी शरीर मे पथरी है वो चुना कभी ना खाएँ! (काफी लोग पान में डाल कर खा जाते है) क्योंकि पथरी होने का मुख्य कारण आपके शरीर मे अधिक मात्रा मे कैलशियम का होना है। मतलब जिनके शरीर मे पथरी हुई है उनके शरीर मे जरुरत से अधिक मात्रा मे कैलशियम है, लेकिन वो शरीर मे पच नहीं रहा है। इसलिए आप चुना खाना बंद कर दीजिए।
आयुर्वेदिक इलाज!
पखानबेद नाम का एक पौधा होता है! उसे पथरचट भी कुछ लोग बोलते है! उसके पत्तों को पानी मे उबाल कर काढ़ा बना ले! मात्र 7 से 15 दिन मे पूरी पथरी खत्म!! और कई बार तो इससे भी जल्दी खत्म हो जाती!!!
होमियोपेथी इलाज!
अब होमियोपेथी मे एक दवा है! वो आपको किसी भी होमियोपेथी के दुकान पर मिलेगी उसका नाम हे BERBERIS VULGARIS ये दवा के आगे लिखना है MOTHER TINCHER! ये उसकी पोटेंसी है।
वो दुकान वाला समझ जायेगा। यह दवा होमियोपेथी की दुकान से ले आइये।
(ये BERBERIS VULGARIS दवा भी पथरचट नाम के पोधे से बनी है बस फर्क इतना है ये dilutions form मे हैं पथरचट पोधे का botanical name BERBERIS VULGARIS ही है)
अब इस दवा की 10-15 बूंदों को एक चौथाई (1/ 4) कप गुण गुने पानी में मिलाकर दिन मे चार बार (सुबह, दोपहर, शाम और रात) लेना है। चार बार अधिक से अधिक और कमसे कम तीन बार इसको लगातार एक से डेढ़ महीने तक लेना है कभी कभी दो महीने भी लग जाते है।
इससे जीतने भी stone है, कही भी हो गोलब्लेडर द (gall bladder) में हो या फिर किडनी मे हो, या युनिद्रा के आसपास हो, या फिर मुत्रपिंड मे हो। वो सभी स्टोन को पिगलाकर ये निकाल देता हे।
99% केस मे डेढ़ से दो महीने मे ही सब टूट कर निकाल देता हे कभी कभी हो सकता हे तीन महीने भी हो सकता हे लेना पड़े। तो आप दो महिने बाद सोनोग्राफी करवा लीजिए आपको पता चल जायेगा कितना टूट गया है कितना रह गया है। अगर रह गया है तो थोड़े दिन और ले लीजिए। यह दवा का साइड इफेक्ट नहीं है।
ये तो हुआ जब stone टूट के निकल गया अब दोबारा भविष्य मे यह ना बने उसके लिए क्या??? क्योंकि कई लोगो को बार बार पथरी होती है। एक बार stone टूट के निकल गया अब कभी दोबारा नहीं आना चाहिए इसके लिए क्या ???
इसके लिए एक और होमियोपेथी मे दवा है CHINA 1000। प्रवाही स्वरुप की इस दवा के एक ही दिन सुबह-दोपहर-शाम मे दो-दो बूंद सीधे जीभ पर डाल दीजिए।सिर्फ एक ही दिन मे तीन बार ले लीजिए फिर भविष्य मे कभी भी स्टोन नहीं बनेगा।
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