कर्पूर औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसका प्रयोग सदियों से विभिन्न मलहमों में किया जाता है। यह जीवाणुओंसे लडने का भी काम करता है। कर्पूर तेल का इस्तेमाल मोच और मांसपेशियों में खिंचाव में इस्तेमाल किया जाता है। हिन्दू धर्म में इसका इस्तेमाल पूजा में सदियों से होता आ रहा है। यह
वातावरण को शुद्ध करने का काम करता है। आज आपको बता रहे हैं इसके खास गुणों के बारे में-
* कर्पूर युक्त तेल से मांस- पेशियों के दर्द में राहत मिलती है।
* आर्थराइटिसके दर्द से राहत पाने के लिए कर्पूर मिश्रित मलहम का प्रयोग करें।
* पानी में कर्पूर के तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाएं। यह आपको तरोताजा रखेगा
* कफ की वजह से छाती में होने वाली जकडनमें कर्पूर का तेल मलने से राहत मिलती है।
* सूजन, के उपचार में इसका उपयोग किया जाता है।
* गर्भावस्था या अस्थमा के मरीजों को कर्पूर तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
* गर्दन में दर्द होने पर कर्पूर युक्त बाम लगाने पर आराम मिलेगा।
* कर्पूर का तेल त्वचा में रक्त संचार को सहज बनाता है।
कर्पूर औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसका प्रयोग सदियों से विभिन्न मलहमों में किया जाता है। यह जीवाणुओंसे लडने का भी काम करता है। कर्पूर तेल का इस्तेमाल मोच और मांसपेशियों में खिंचाव में इस्तेमाल किया जाता है। हिन्दू धर्म में इसका इस्तेमाल पूजा में सदियों से होता आ रहा है। यह
वातावरण को शुद्ध करने का काम करता है। आज आपको बता रहे हैं इसके खास गुणों के बारे में-
वातावरण को शुद्ध करने का काम करता है। आज आपको बता रहे हैं इसके खास गुणों के बारे में-
* कर्पूर युक्त तेल से मांस- पेशियों के दर्द में राहत मिलती है।
* आर्थराइटिसके दर्द से राहत पाने के लिए कर्पूर मिश्रित मलहम का प्रयोग करें।
* पानी में कर्पूर के तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाएं। यह आपको तरोताजा रखेगा
* कफ की वजह से छाती में होने वाली जकडनमें कर्पूर का तेल मलने से राहत मिलती है।
* सूजन, के उपचार में इसका उपयोग किया जाता है।
* गर्भावस्था या अस्थमा के मरीजों को कर्पूर तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
* गर्दन में दर्द होने पर कर्पूर युक्त बाम लगाने पर आराम मिलेगा।
* कर्पूर का तेल त्वचा में रक्त संचार को सहज बनाता है।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें