आपको यह जान कर थोडा अचरज तो होगा कि इंटरनेट पर धोका-धडी चल रही है। लेकिन यह कोई नई बात नहीं है। ज्यादातर इसमें लडकीयों की मदत ली जाती है। (मेरे मित्र का व्यक्तिक अनुभव) यह भी एक पैसा कमाने का या युँ कहिए धोका देने का एक जरीया है। कैसे?
शर्माजी की आपबीती -
अभी कुछ दिनों पहले शर्माजीकी एक लडकी से संदेश-वाहक पर बात हुई। अब आश्चर्य तो इस बात का है कि उसने अपनी तसवीर शर्माजी को दुसरे ही दिन भेज दी। और क्या कहने लडकी खुबसुरत थी सो शर्माजी भंस गए। उसके दो दिनों तक कुछ संदेशों का आदान-प्रदान हुआ। फिर उसने शर्माजी से उनका मोबाईल नंबर मांगा। अब सामने अगर लडकी (वह भी खुबसुरत) हो तो आदमी वैसे ही आधा पागल हो जाता है, सो शर्माजी ने अपना नंबर उसे दे दिया। उसने भी अपना नंबर दिया। और शर्माजी से फोन करने को कहा। शर्माजी ने उससे बात की। फोन पर बात करते हुए शर्माजी कुछ डर रहे थे, क्योंकि अनजान व्यक्ति और वह भी एक खुबसुरत लडकी से बात जो कर रहे थे। उसकी आवाज अच्छी थी। और शर्माजी जैसा व्यक्ति जो किसी लडकी से कभी बात नहीं कर सका वह फंस गए। फिर कुछ और बातें की। फिर कुछ और बातें संदेश-वाहक के माध्यम से हुई। अब कैसे फंसे ये सुनिए।
शर्माजी की आपबीती -
अभी कुछ दिनों पहले शर्माजीकी एक लडकी से संदेश-वाहक पर बात हुई। अब आश्चर्य तो इस बात का है कि उसने अपनी तसवीर शर्माजी को दुसरे ही दिन भेज दी। और क्या कहने लडकी खुबसुरत थी सो शर्माजी भंस गए। उसके दो दिनों तक कुछ संदेशों का आदान-प्रदान हुआ। फिर उसने शर्माजी से उनका मोबाईल नंबर मांगा। अब सामने अगर लडकी (वह भी खुबसुरत) हो तो आदमी वैसे ही आधा पागल हो जाता है, सो शर्माजी ने अपना नंबर उसे दे दिया। उसने भी अपना नंबर दिया। और शर्माजी से फोन करने को कहा। शर्माजी ने उससे बात की। फोन पर बात करते हुए शर्माजी कुछ डर रहे थे, क्योंकि अनजान व्यक्ति और वह भी एक खुबसुरत लडकी से बात जो कर रहे थे। उसकी आवाज अच्छी थी। और शर्माजी जैसा व्यक्ति जो किसी लडकी से कभी बात नहीं कर सका वह फंस गए। फिर कुछ और बातें की। फिर कुछ और बातें संदेश-वाहक के माध्यम से हुई। अब कैसे फंसे ये सुनिए।
शाम को वह दोबारा संदेश-वाहक पर आई और उनसे मदत मांगी। उन्होने पुछा क्या मदत चाहिए? उसने कहा क्या आप मेरा मोबाईल चार्ज कर सकते हैं, यह बहुत जरूरी है। कहा आज आखरी दिन है, रू 357 का रिचार्ज करना पडेगा। उन्होने कहा इतने पैसे तो मेरे पास नहीं है, मेरे पास तो सिर्फ रू 60 हैं। उसने कहा ठीक है। कोई बात नहीं। थोडी देर बाद बोली अच्छा मेरे मित्र का मोबाईल रिचार्ज करा दिजिए। वह बोली रू 50 का कर दिजिए, पैसे मैं आपको दो दिन में दे दूंगी, शर्माजी बोले पैसे देने की कोई जल्दी नहीं है। आप अपना काम कर लिजिए। फिर वह लडकी अगले दिन संदेश-वाहक पर आई और शर्माजी को धन्यवाद देने लगी। उन्होने कहा इसमें धन्यवाद देने की कोई बात नहीं मुझे खुशी है कि मैं आपके काम आ सका। वह दिन था, और आज का दिन है उससे कोई बात नहीं हो पाई। क्या आप समझ सकते हैं कि क्या खेल था यह? महाशय यह सिर्फ मोबाईल मुफ्त में रिचार्ज करने का आसान तरीका है। बस आपके साथ एक लडकी होनी चाहिए। अब आप कहेंगें क्या शर्माजी ने उनके नंबर पर फोन नहीं किया? जवाब मिला यहॉं कोई उस नाम की लडकी नहीं है। और दुसरा नंबर किसी सार्वजनिक फोन का था। उसका मतलब तो निकल गया था, लेकिन शर्माजी को तो चूना लग गया। सावधान मित्रों, आप भी किसी लालच में आ कर किसी से धोखा मत खाईएगा। मैं आप सबको इसलिए बता रहा हूँ कि आप आगे से सावधान रहें।
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